Mumbai Richest City– पूरे एशिया में अरबपतियों का शहर बना मुंबई
मुंबई अब अरबपति राजधानी बन गई है, जो कि पहले चीन की राजधानी बीजिंग के पायदान को पीछे छोड़ गई है। हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, यह दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था और उसके शहरों का उत्थान ऐसा है कि उन्हें दुनिया भर में धनी नागरिकों का नया केंद्र माना जा रहा है। मुंबई अब दुनिया के तीसरे सबसे अधिक अरबपतियों वाले शहरों में शामिल हो गया है। न्यूयॉर्क में 119 अरबपतियों की संख्या के साथ सबसे ज्यादा अरबपतियों हैं, लंदन में 97 अरबपतियों के साथ दूसरे स्थान पर हैं, और मुंबई में 92 अरबपतियों के साथ तीसरा स्थान है। इससे स्पष्ट होता है कि मुंबई अब अरबपतियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है।
मुंबई ने बीजिंग को पीछे छोड़ा – शंघाई में 87 अरबपतियों की संख्या है, जो पांचवें स्थान पर हैं। शेन्ज़ेन में 84 अरबपतियों की संख्या है, जो छठे स्थान पर हैं, और हांगकांग में 65 अरबपतियों की संख्या है, जो सातवें स्थान पर हैं। मुंबई ने पहली बार एशिया की अरबपति राजधानियों में पहले स्थान पर पहुंचा है। हुरुन रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग में 91 अरबपतियों की संख्या है, चीन में कुल 814 अरबपतियों हैं, जबकि मुंबई में 92 अरबपतियों हैं, और भारत में 271 अरबपतियों निवास करते हैं।
मुंबई के वेल्थ सेक्टर्स में एनर्जी और फार्मास्यूटिकल्स शामिल हैं, जिसमें मुकेश अंबानी जैसे अरबपति का नाम शामिल है। इसके अलावा, रियल एस्टेट सेक्टर के दिग्गज मंगल प्रभात लोढ़ा की वेल्थ सबसे अधिक बढ़ी है। यह दिखाता है कि मुंबई के विभिन्न उद्योगों में अरबपतियों की मौजूदगी है और यहाँ के निवेशकों ने अपनी संपत्ति को विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ाया है।
मुंबई में बढ़ी अरबपतियों की संख्या – भारत में सबसे अधिक नेटवर्थ वाले व्यक्ति रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी हैं, जिनके नेटवर्थ की मात्रा 115 अरब डॉलर है। उन्हें देश के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में पहले स्थान पर रखा गया है, और वे दुनिया के टॉप-10 में भी शामिल हैं। दूसरी ओर, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ 86 अरब डॉलर है, जिससे वे भारत के दूसरे और दुनिया के 15वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। HCL के शिव नादर ग्लोबल रैंकिंग में 34वें नंबर पर हैं, सीरम इंस्टीट्यूट के साइरस एस पूनावाला 55वें, फार्मास्यूटिकल्स के दिलीप सांघवी 61वें, कुमार मंगलम बिड़ला 100वें, और राधाकिशन दमानी भी भारत के शीर्ष अरबपतियों की सूची में हैं। इससे स्पष्ट होता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की तेजी से बढ़ती रफ्तार के साथ-साथ, देश में अरबपतियों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है और इस प्रकार के व्यक्तिगत संपत्ति के धनी लोगों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।